संत रविदास जयंती से आरंभ होंगी विकास यात्राएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान
5 फरवरी को मंत्रीगण संत रविदास को नमन कर आरंभ करेंगे विकास यात्राएँ
सभी मंत्री अपने प्रभार के जिलों का करेंगे सघन दौरा
जन-उत्सव के रूप में मनाया जाए गणतंत्र दिवस
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास यात्रा के संबंध में की मंत्रीगण से चर्चा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संत रविदास जी की जयंती 5 फरवरी से प्रदेश में विकास यात्राओं का क्रम आरंभ होगा। संत रविदास को नमन कर विकास यात्राएँ शुरू की जाएंगी। विकास यात्रा में पूर्ण निर्माण कार्य का लोकार्पण तथा जो निर्माण कार्य शुरू करने हैं उनका प्रभारी मंत्री द्वारा शिलान्यास किया जाएगा। विकास यात्रा में हितग्राहियों को हितलाभ प्रदान करने के साथ उनसे संवाद के लिए गाँव या ग्राम पंचायत स्तर पर हितग्राही सम्मेलन होंगे। विकास यात्रा का रूट प्रभारी मंत्री तय करेंगे। मंत्रीगण विकास यात्रा के पहले दो दिन सघन दौरा अवश्य करें। शासन की विकास गतिविधियों और जन-कल्याणकारी कार्यों का लाभ जनता को निश्चित समय-सीमा में बिना किसी परेशानी के मिले यह सुनिश्चित करना आवश्यक है। विकास यात्रा में हितग्राहियों से इन विषयों पर संवाद अवश्य किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में मंत्रीगण के साथ बैठक कर संबोधित कर रहे थे। सभी संभागायुक्त तथा जिला कलेक्टर बैठक में वर्चुअली सम्मिलित हुए।
मंत्री हितग्राहियों से संवाद आवश्यक करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्रीगण के दौरे और विकास यात्रा प्रभावी हों, यह हमारी प्राथमिकता है। विकास यात्रा 5 फरवरी से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलेगी, आवश्यकता होने पर विकास यात्रा की अवधि को प्रभारी मंत्री अधिकतम 25 फरवरी तक बढ़ा सकते हैं। विकास यात्रा में मंत्रीगण निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और पूर्ण होने की समय-सीमा, जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति और संतुष्टि स्तर के लिये हितग्राहियों से संवाद अवश्य करें। विकास यात्रा में सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा विभिन्न समाजों के प्रबुद्ध जन से भी चर्चा की जाए। विकास यात्रा में जिला मुख्यालय के साथ विकासखंड स्तर तक दौरे होंगे और सभी मंत्री लौटने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
जिला प्रशासन को दिए गए निर्देश
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास यात्रा के संबंध में जिला प्रशासन को आवश्यक व्यवस्था तथा समन्वय संबंधी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों तथा जन-कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में राज्य स्तर पर जिले के लंबित प्रकरणों का प्राथमिकता से समाधान कराया जाए। जिले के उत्कृष्ट कार्यों के प्रचार तथा अन्य स्थानों पर उनके अनुकरण को प्रोत्साहित किया जाए। शिक्षण संस्थाओं, छात्रावासों, आँगनवाड़ी, विद्युत और पेयजल व्यवस्था, जल जीवन मिशन के रेस्टोरेशन के कार्यों का निरीक्षण भी विकास यात्रा में होगा।
सामाजिक तथा स्वयंसेवी संस्थाओं को गणतंत्र दिवस उत्सव से जोड़ा जाए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस, जन-उत्सव के रूप में मनाया जाए। गणतंत्र दिवस उत्सव में शिक्षण संस्थाओं के साथ जिलों में सक्रिय सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और विभिन्न समाजों के प्रमुख व्यक्तियों को सम्मानपूर्वक आमंत्रित कर उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उत्सव के लिए 25 जनवरी से गतिविधियाँ आरंभ की जाएँ। इसके लिए स्वच्छता अभियान तथा जागरूकता संबंधी गतिविधियों का संचालन भी हो।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव, जल-संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, वन मंत्री डाँ.कुंवर विजय शाह, वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, खनिज साधन मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, सहकारिता मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, सामान्य प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार, पंचायत और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, जल-संसाधन एवं आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राम किशोर कांवरे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव, लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़ और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया उपस्थित थे।
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