कंझावाला केसः पुलिस को गुमराह कर रहे आरोपी, दे रहे अलग-अलग बयान, लाई डिटेक्टर टेस्ट की तैयारी
दिल्ली के कंझावला केस की गुत्थी सुलझने के बजाए और उलझती जा रही है। 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय युवती अंजलि को 12 से 13 किलोमीटर तक कार से घसीटा गया था। युवती की लाश नग्न हालत में एक जनवरी को मिली थी। अब इस मामले में दिल्ली पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट की तैयारी में जुटी है।
Kanjhawala Incident Anjali Death Case: राजधानी दिल्ली के सुल्तानपुरी कंझावला इलाके में 31 दिसंबर की रात हुए दर्दनाक हादसे से पूरा देश हैरान है। उस रात दिल्ली की सड़कों पर 20 वर्षीय अंजलि नामक युवती को कार से 12-13 किलोमीटर तक घसीटा गया था। अगले दिन युवती की लाश लग्न हालत में दिल्ली की सड़कों पर मिली थी। जिसके बाद इस हादसे की जांच में दिल्ली पुलिस जुटी है। पुलिस ने युवती को टक्कर मारने वाली कार पर सवार पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन हादसे के पांच दिन बाद भी दिल्ली पुलिस इस केस की गुत्थी को सुलझा नहीं सकी है। गिरफ्तार पांचों आरोपी अलग-अलग बयान दे रहे हैं। दूसरी ओर मृतका अंजलि की सहेली निधि ने जो बातें बताई उससे पीड़िता का परिजन इंकार कर रहा है। इस बीच अब जो जानकारी साने आई है कि उसके अनुसार दिल्ली पुलिस मामले की सभी कड़ियों को जोड़ने के लिए आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कर सकती है।
अलग-अलग बयान दे रहे पांचों गिरफ्तार आरोपी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पांचों आरोपी पूछताछ के दौरान अलग-अलग बयान दे रहे हैं। इन आरोपियों में से कुछ गाड़ी के नीचे लड़की के फंसे होने की जानकारी होनी की बात कर रहे हैं जबकि कुछ ऐसी जानकारी न होने की बात कह रहे हैं। इसी वजह से दिल्ली पुलिस आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट (Lie Detector Test) करवाने का प्लान कर रही है। दूसरी ओर आज गिरफ्तार आरोपियों की रिमांड भी पूरी हो रही है।
आज गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा रिपोर्ट
इधर इस मामले में विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने बुधवार शाम सुल्तानपुरी थाने का दौरा किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "पीसीआर विभाग के लोगों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कोई ढिलाई थी। जांच अभी भी जारी है और इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट गुरुवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) को सौंपे जाने की संभावना है।"
दूसरी बार सुल्तानपुरी थाने पहुंची थी विशेष आयुक्त
यह दूसरी बार है जब सिंह ने घटना से संबंधित मामले की फाइलों की जांच और विश्लेषण के लिए जांच के तहत सुल्तानपुरी का दौरा किया। डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा के साथ, सिंह 2-3 जनवरी की रात को अपराध स्थल पर पहुंची थी और 12 किलोमीटर के उस जगह का चक्कर लगाया था, जिस पर कार द्वारा महिला को घसीटा गया था। सोमवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने मामले में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए सिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया था।
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