एक प्यार का नगमा है… पर झूमे सिंधिया, शिवराज:भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को गौरव दिवस के रूप में मनाया

एक प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है… जिंदगी और कुछ भी नहीं, तेरी मेरी कहानी है'... जब गायिका अनुराधा पौडवाल ने यह गीत गुनगुनाया तो केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद को रोक नहीं पाए। सिंधिया को देख मंच पर बैठे सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा समेत मंत्री भी तालियां बजाने लगे। मौका था गौरव दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का।

ग्वालियर में रविवार पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को ग्वालियर गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान महाराज बाड़ा पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में फेमस सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खां व उनके बेटे अमान अली व अयान अली ने भी प्रस्तुति दी। इससे पहले सिंगर अनुराधा पौडवाल व उनके साथ आए सारेगामा फेम कलाकारों के साथ प्रस्तुति दी।

सभी नेता मंच पर खड़े होकर झूमने लगे

जब अनुराधा पौडवाल ने ‘एक प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है… जिंदगी और कुछ भी नहीं, तेरी मेरी कहानी है'... गाया तो मंच पर बैठे केन्द्रीय मंत्री सिंधिया, सीएम शिवराज सिंह, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर खुद को नहीं रोक पाए। तीनों ही मंच पर संगीत की धुन पर झूमने लगे। शुरुआत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की। गीत शुरू होते ही वे कुर्सी से खड़े होकर हाथ ऊपर कर थिरकने लगे। यह देख एक के बाद एक मंच पर मौजूद सभी मंत्री खड़े होकर थिरकने लगे।

सर्द रात में सरोद की धुन पर झूमे श्रोताइसके बाद विश्व विख्यात सरोद वादक अमजद अली खां ने बेटों अमान और अयान के साथ सरोद की तान पर ऊंगलियां चलाना शुरू किया, तो सर्द रात में बैठे श्रोता कुर्सी से खड़े होकर झूमते नजर आए।

कवियों ने भी काव्यापाठ कर मोहा मन

कार्यक्रम में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों द्वारा काव्यपाठ किया गया। कवि सम्मेलन में डॉ. हरिओम पवार मेरठ, विनीत चौहान अलवर, डॉ. प्रवीण शुक्ल दिल्ली, पूनम वर्मा मथुरा, दिनेश रघुवंशी फरीदाबाद, अंजुम रहबर भोपाल, दिनेश मिश्रा मुंबई, शशिकांत यादव देवास, मदनमोहन दानिश ग्वालियर व तेजनारायण बेचैन ने काव्यपाठ से सबको ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।

कवि हरिओम पंवार को मिला अटल सम्मान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय कवि हरिओम पवार को अटल सम्मान से अलंकृत किया। उनको शॉल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सभी कलाकारों का भी सम्मान किया गया है। साथ ही, 5 विभिन्न विधाओं में ग्वालियर गौरव सम्मान प्रदान किए गए।



Comments

Popular posts from this blog

स्व. श्री कैलाश नारायण सारंग की जयंती पर संपूर्ण देश में मना मातृ-पितृ भक्ति दिवस

श्री हरिहर महोत्सव समिति के अध्यक्ष बने राजेंद्र शर्मा

सनातन संस्कृति की रक्षा में संतों का अद्वितीय योगदान है - मुख्यमंत्री डॉ. यादव