पति को अंतिम विदाई देने मुक्तिधाम तक पहुंच गईं जसविन

सड़क हादसे में होटल व्यवसायी की मौत का मामला : गुप्तेश्वर में हुआ अंंतिम संस्कार
जबलपुर. कटनी-मैहर के बीच नेशनल हाईवे पर ग्राम घुनवारा के पास मंगलवार को सड़क हादसे में जान गंवाने वाले शहर के होटल व्यवसायी अमरप्रीत का अंतिम संस्कार बुधवार को ग्वारीघाट स्थित मुक्तिधाम में हुआ। अमरप्रीत के चाचा गुरमीत सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले घर से अंतिम यात्रा रवाना हुई तो उन्हें अंतिम विदाई देने पत्नी जसविन भी मुक्तिधाम पहुंच गईं। उनकी आंखों से लगातार आंसुओं की धार बह रही थी। वे रोते हुए बार-बार पति को पुकार रही थीं। इस दृश्य को जिसने भी देखा, सभी की आंखें नम हो गईं। जैसे-तैसे परिजनों और करीबियों ने उन्हें सम्भाला और घर ले गए। नेशनल हाईवे पर हुए थे हादसे का शिकार
गोरखपुर गुरुद्वारे के पास स्थित छाबड़ा कम्पाउंड निवासी अमरप्रीत सिंह छाबड़ा जबलपुर होटल एंड रेस्टोरेंट वेलयफेयर एसोसिएशन के प्रवक्ता, रसल चौक स्थित होटल सम्राट के संचालक और जबलपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सदस्य भी थे। वे नववर्ष की छुट्टियां मनाने पत्नी जसविन कौर, बेटी सरगुन (11) और मयका (07) के साथ रीवा स्थित मुकुंदपुर टाइगर सफारी जा रहे थे। वे मंगलवार दोपहर 12.30 बजे कार एमपी 20 सीएच 4482 से घर से रवाना हुए थे। कार अमरप्रीत चला रहे थे। उनके बगल की सीट पर पत्नी जसविन और पीछे की सीट पर बेटियां बैठी थीं। दोपहर तीन बजे नेशनल हाईवे पर अमदरा स्थित ग्राम घुनवारा के पास कार बेकाबू होकर एनएच पर लगी रेलिंग से टकराकर पलट गई। घटना में अमरप्रीत सिंह की मौत हो गई थी।
पापा को क्या हो गया
सात साल की मयका को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसके सिर से पिता का साया हमेशा हमेशा के लिए उठ गया है। वह कभी मां को देखती तो कभी बड़ी बहन सरगुन को तो कभी परिजनों से पूछती कि पापा को क्या हो गया है। मयका के मुख से निकले इन करुण स्वरों ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए। सरगुन का भी यही हाल था।

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